हर्षल फाउंडेशन एक समाजसेवी संस्था है, जो समाज के पिछड़े वर्गों ओर जरूरतमंदों के उत्थान और सहायता के लिए पिछले 10 वर्षों से सतत कार्यरत हैं। इसके मुख्य कार्यछेत्रो मे दिव्यांगों का पुनर्वास, हिंसा से पीड़ित महिलाओ का पुनर्वास, बालिकाओं में मासिक धर्म स्वास्थ्य की शिक्षा व साधन प्रदान करना रहा हैं।
कॅरोना की महामारी मे आमजन में सुरक्षा के उपायों की जानकारी देने और जरूरतमंद परिवारों ( जिनमें अधिकतर प्रतिदिन रोजी कमाने वाले है) के लिए राशन ओर भोजन की व्यवस्था करने में जुटी हुई है। संस्था ने 24 मार्च को ही एक हेल्पलाइन शुरू कर लोगो मे अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया था। अब तक 500 से अधिक परिवारों को राशन ओर भोजन सामग्री दिया जा चुका है। राशन के पैकेट मे आटा, चावल, दाल, तैल, चीनी, मसाले, साबुन, आलू, प्याज आदि दिए गए। यह सुनिश्चित किया कि एक पैकेट एक परिवार के लिए कम से कम 2 सप्ताह के लिए काफी हो। पहले तो यह सब सामग्री सीधे ही दी जा रही थी। परंतु बाद में शासन के आदेशानुसार स्थानीय पुलिस स्टेशन के माध्यम से दे रहे है।
हेल्पलाइन के द्वारा जरूरतमंदों से यह भी जानकरी मिली कि कई परिवार छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था नही कर पा रहे हैं। अब संस्था ने यह निश्चय किया है कि 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए दूध की सेवा भी दी जाएगी। इसके लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू कर दी गई है।
यह भी देखा गया हैं कि जन साधारण मे अभी भी काफी लोग मास्क का प्रयोग नही कर रहे है। वह मास्क खरीदने की स्तिथि मे शायद नही है। अब संस्था द्वारा मास्क वितरण भी किया जा रहा है। संस्था द्वारा अब तक लगभग 2000 मास्क दिए जा चुके है।
संस्था द्वारा हेल्थ एन हाइजीन किट( जिसमे मास्क, सैनिटाइजर, साबुन एवम सेनिटरी नैपकिन रखे गए है) जरूरतमंदो विशेषकर महिलाओ को दिए जा रहे है।
सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टरो को फेस शील्ड भी दिए जा रहे है।
ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होने पर काफी बच्चे कॉपी खरीदने मे असमर्थ पाए गए। ऐसे बच्चों को 250 कॉपियां दी गई।
कुछ के मोबाइल में नेट रिचार्ज भी करवाया गया। मास्क, सैनिटाइजर, साबुन एवम सेनेटरी नैपकिन का वितरण लगातार चल रहा है। साथ ही डॉक्टर, पुलिसकर्मियो एवम मीडियाकर्मियो का सम्मान भी समय समय पर संस्था के द्वारा किया जा रहा है।